देहरादून, जागरण संवाददाता: सपने देखना जितना अच्छा होता है, उन्हें हकीकत में बदलना उससे भी अच्छा। लेकिन यहां तो सपने ही भुला दिए गए हैं। ऐसा न होता तो आज 'मनरेगा' सरपट दौड़ रही होती, लेकिन राज्य में मनरेगा का हाल इस कदर बदतर है कि पहाड़ से... View full post on Yahoo! Jagran News Local:Uttranchal
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